Monday 18 May 2020

मेरे टुकड़े

भोर  में मिले पटरी पर मेरे टुकड़े
और मिली चार दिन के सफर की
चार रोटी
रोटी पन्नी में बंधी
पन्नी खून से संधी
टीवी पर देखकर
बाबू निवाला तोड़ते हुए बोले
"चीन को भगवान माफ नहीं करेगा"
बाबू, मेरे देश का क्या?
जिसने अरसे बिता दिए
मेरे टुकड़ों पर इमारतें बनाते हुए

No comments:

Post a Comment